
नई दिल्ली:-भारतीय शेयर बाजार आज 22 मई को भारी गिरावट के साथ बंद हुए। सेंसेक्स में 644 अंकों की गिरावट आई। वहीं निफ्टी टूटकर 24,600 के स्तर पर आ गया। कारोबार के दौरान तो समय सेंसेक्स 1100 अंकों तक लुढ़क गया था। इस भारी गिरावट के चलते निवेशकों को आज शेयर बाजार में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का घाटा हुआ। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल और ग्लोबल बाजारों में बिकवाली ने निवेशकों की भावनाओं को झकझोर दिया, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी साफ दिखा। सबसे अधिक गिरावट आईटी, FMCGs, ऑयल एंड गैस और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स शेयरों में देखने को मिली। हालांकि स्मॉलकैप शेयरों की चाल इन सबसे उलट रही और वह 0.17 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। कारोबार के अंत में बीएसई सेंसेक्स 644.64 अंक या 0.79 फीसदी की गिरावट के साथ 80,951.99 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स 175.70 अंक या 0.71 फीसदी टूटकर 24,637.75 के स्तर पर बंद हुआ।
दिनभर लाल निशान पर हुआ कारोबार
सबसे पहले गुरुवार को शेयर बाजार में हुए कारोबार पर नजर डाल लेते हैं, तो बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) अपने पिछले बंद 81,596.63 की तुलना में फिसलकर 81,323.05 पर ओपन हुआ और आखिरी कारोबारी घंटे में ये 1000 अंक फिसलकर 80,489.92 के लेवल पर आ गया था, लेकिन फिर अचानक इसमें रिकवरी देखने को मिली, फिर भी ये 644.64 अंकों की गिरावट लेकर 80951.99 पर क्लोज हुआ. बात निफ्टी (NSE Nifty) की करें तो ये भी सेंसेक्स की तरह ही अपने पिछले बंद 24,813.45 की तुलना में टूटकर 24,733.95 पर खुला और फिर करीब 300 अंक फिसलकर 24,509 पर आ गया. लेकिन इसमें भी सुधार दिखा और अंत में निफ्टी 203.75 अंक फिसलकर 24,60970 पर बंद हुआ.
इससे पहले बीते कारोबारी दिन बुधवार को सेंसेक्स 410.19 अंक या 0.51 प्रतिशत उछलकर 81,596.63 पर बंद हुआ था, तो वहीं दिन के कारोबार के दौरान 30 शेयरों वाला सूचकांक 835.2 अंक या 1.02 प्रतिशत बढ़कर 82,021.64 पर पहुंच गया था.
बीएसई सेंसेक्स के 30 में 27 शेयर आज लाल निशान में बंद हुए। इसमें भी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) का शेयर 2.59 फीसदी की गिरावट के साथ टॉप लूजर्स रहा। वहीं बजाज फिनसर्व (Bajaj Finserve), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra), पावर ग्रिड (Power Grid) Qj आईटीसी (ITC) के शेयरों में 1.58 फीसदी से लेकर 1.80% तक की गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स के सिर्फ 3 शेयर हरे निशान में बंद
वहीं सेंसेक्स के सिर्फ 3 में शेयर आज हरे निशान में यानी बढ़त के साथ बंद हुए। इसमें इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के शेयरों में 1.82 फीसदी की सबसे अधिक तेजी रही। इसके अलावा भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और अल्ट्राटेक सीमेंट (Ultratech Cement), इटर्नल (Eternal) के शेयर क्रमश: 0.44 फीसदी से लेकर 0.10 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।
2,165 शेयरों में रही गिरावट
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर आज गिरावट के साथ बंद होने वाले शेयरों की संख्या अधिक रही। एक्सचेंज पर कुल 4,086 शेयरों में आज कारोबार देखने को मिला। इसमें से 1,767 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। वहीं 2,165 शेयरों में गिरावट देखी गई। जबकि 163 शेयर बिना किसी उतार-चढ़ाव के सपाट बंद हुए। इसके अलावा 82 शेयरों ने आज कारोबार के दौरान अपना नया 52-वीक हाई छुआ। वहीं 34 शेयरों ने अपने 52-हफ्तों का नया निचला स्तर छुआ।
निवेशकों ने झटके में गवां दिए 4 लाख करोड़
सबसे पहले बात करते हैं गुरुवार को शेयर बाजार में आए भूचाल में हुए निवेशकों के नुकसान के बारे में, तो खबर लिखे जाने तक बाजार में 1518 शेयर तेजी के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे, तो वहीं 2249 शेयर गिरावट के साथ रेड जोन में कारोबार कर रहे थे. इस बीच 187 कंपनियों के शेयरों में लोअर सर्किट लगा. इस सबसे बीच बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप (BSE Market Cap) गिरकर 4,36,90,912.92 करोड़ रुपये के आस-पास आ गया. इससे पहले बीते कारोबारी दिन करोबारी दिन ये 4,41,18,928.80 करोड़ रुपये पर पहुंचा था. इस हिसाब से कैलकुलेशन करें, तो निवेशकों की 4 लाख करोड़ रुपये की रकम झटके में साफ हो गई.
सेंसेक्स 900, तो निफ्टी 300 अंक फिसला
अब शेयर बाजार की बात करते हैं, तो सेंसेक्स-निफ्टी की शुरुआत गिरावट के साथ लाल निशान पर हुई. बीएसई का सेंसेक्स (BSE Sensex) अपने पिछले बंद 81,596.63 की तुलना में फिसलकर 81,323.05 पर ओपन हुआ और खबर लिखे जाने तक 998 अंकों के आस-पास टूटकर 80,591.68 के लेवल पर कारोबार करता दिखाई दिया. सेंसेक्स की तरह ही एनएसई का निफ्टी (NSE Nifty) भी अपने पिछले बंद 24,813.45 की तुलना में टूटकर 24,733.95 पर खुला और फिर करीब 300 अंक फिसलकर 24,509 पर ट्रेड करता नजर आया.
रिलायंस से लेकर टाटा तक के शेयर टूटे
शेयर बाजार में आई इस गिरावट के बीच दिग्गज कंपनियों के शेयर भरभराकर टूट गए और कारोबार आगे बढ़ने के साथ ही ये और भी फिसलते चले गए. इस लिस्ट में लार्जकैप कंपनियों में शामिल M&M Share (3%), PowerGrid Share (2.60%), Tech Mahindra Share (2.20%), ITC Stock (2.10%) और Reliance Share (2%) तक फिसल गया. सेंसेक्स की 30 में से 28 कंपनियों के स्टॉक्स लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे, गिरावट वाले शेयरों में HDFC Bank, Sunpharma, Adani Ports, Nestle India और TCS जैसे शेयर भी शामिल रहे.
भारतीय शेयर मार्केट में एक दिन पहले ही लगातार 3 दिन की मायूसी के बाद रौनक लौटी थी। आज फिर बाजार की गाड़ी तेजी की पटरी से उतर गई है। या यूं कहें डिरेल हो गई है। सेंसेक्स करीब 1000 अंक गिरकर 80,951 के निचले स्तर पर पहुंचा, वहीं निफ्टी गिरावट का तिहरा शतक लगाकर 24,509 पर आ गया। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मिला-जुला रुख रहा पर ये गिरावट क्यों हुई?
इसके पीछे 5 मुख्य वजहें हैं
1. अमेरिका का कर्ज बढ़ने की चिंता
ट्रंप सरकार के टैक्स और खर्च से जुड़े नए प्रस्ताव से डर है कि अमेरिका का कर्ज और बढ़ेगा। रिपोर्ट्स कहती हैं कि यह प्रस्ताव पास हुआ तो अमेरिका का कर्ज 3.8 ट्रिलियन डॉलर बढ़कर 36 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका के बॉन्ड्स में निवेशकों का भरोसा कम हो रहा है, जिससे वहां के बॉन्ड यील्ड बढ़ गए हैं।
2. मध्य पूर्व में तनाव बढ़ना
ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने की खबरों से निवेशक डरे हुए हैं। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स कहती हैं कि इजराइल, ईरान के परमाणु सुविधाओं पर हमला कर सकता है। वहीं, ओमान ने बताया कि ईरान-अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता जल्द होगी, लेकिन मार्केट को इसमें भरोसा नहीं दिख रहा।
3. मार्केट को नया ‘ट्रिगर’ नहीं मिल रहा
घरेलू मार्केट में कोई नया पॉजिटिव खबर नहीं है। अमेरिका-भारत ट्रेड डील को लेकर साफ जानकारी नहीं है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अब मार्केट की दिशा मैक्रोइकॉनॉमिक आंकड़ों (जैसे GDP, महंगाई) और कंपनियों के मुनाफे पर निर्भर करेगी। कोटक सिक्योरिटीज ने कहा कि भारत का मैक्रो (बड़ी अर्थव्यवस्था) तो ठीक है, लेकिन कंपनियों का मुनाफा (माइक्रो) कमजोर है।
4. शेयरों के भाव बहुत महंगे हो गए हैं
लार्ज-कैप शेयरों की कीमतें बहुत बढ़ चुकी हैं, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर पहले से ही महंगे हैं। कोटक ने कहा कि मार्केट में “अतिउत्साह” है। निवेशक किसी भी आधी-अधूरी खबर (जैसे डिफेंस सेक्टर) पर शेयर खरीद रहे हैं, जो खतरनाक है।
5. कंपनियों के नतीजे निराश कर रहे
मार्च तिमाही (Q4) के नतीजे मार्केट को उछाल नहीं दे पाए। निफ्टी-50 कंपनियों का मुनाफा केवल 7.5% बढ़ा है। ज्यादातर सेक्टर (कंज्यूमर, बैंक, IT) में मांग कमजोर है, मुनाफे पर दबाव है, और आगे की ग्रोथ को लेकर चिंता है।